सोमवार, 27 फ़रवरी 2017

मुहब्बत भी की ,और जनाजा भी निकल दिया
ऐसा ही करना था तो पहले ,क्योँ ना बता दिया

रविवार, 26 फ़रवरी 2017

वो हमें देखकर ,मुंह क्योँ छुपाते हैं
शायद पुराणी दोस्ती का ,गम भुलाते हैं ।