रविवार, 23 दिसंबर 2018




आपके तो कोई नाम का लेवा या पानी का देवा भी नहीं
फिर जनता से वायदे कर ,बार बार क्यों मुकरते चले गए ?

गुरुवार, 20 दिसंबर 2018

RAHUL GANDHI GOTR



राहुल गांधी का गोत्र क्योँ ?

भाइयो मुझे एक बात समझ नहीं आ रही
पिछले कुछ दिनों से भाजपा के बड़े बड़े नेता राहुल गाँधी का  गोत्र  कुंडली जान्ने की बहुत कोशिश  रहे हैं ,
जन्मकुंडली गोत्र  पूछा जाता है जब किसी लड़के की शादी अपनी बेटी बहिन से  करनी हो ,
 तो किसी भाजपा नेता की  बेटी या बहन विवाह योग्य है जो उसकी शादी राहुल गाँधी से   करनी चाहते हैं ,
हाँ ये बात सही है कि राहुल गाँधी जी क्वारे हैं ,परन्तु उसका मतलब  ये नहीं है की किसी भी ऐरे गैरे  नत्थू खैरे की बेटी से शादी कर लेंगे और वो भी वहां से जिनका कोई धर्म ईमान ही ना हो ,कोई जुबान ना हो ,जुमलेबाज हों झूठे हों , भी  जिन्होंने पहले  बेटियां मुस्लिम भाइयों को बिना गोत्र ,और जनेऊ देखे ही ब्याह दी हों ,इनकी तुलना तो  मानसिंघ से की जा सकती है जिसने लोभवश अपनी बेटी  अकबर को ब्याह दी थी |
शर्म करो ,अपने गोत्र का पता नही चले दूसरों का गोत्र पूछने 

शुक्रवार, 14 दिसंबर 2018

bhajpa or ram mandir


भाजपा और मंदिर

अब भाजपा शायद ही कभी मंदिर बना पाए क्योँकि किजो   चन्दा १४६७ करोड़ रूपये भगवन राम का मंदिर अयोध्या में बनवाने के लिए एकत्रित किये थे , उनका ही पता नहीं  है कि वो कहाँ हैं , किसके पास हैं ,यदि किसी को पता है तो बताये ,कौन से बैंक में किस खाते में है कहाँ की ब्रांच में है , जानकारी देने वाले को यथायोग्य सम्मान मिलेगा | 


जो नेता कभी देश की मर्यादा थे
भ्र्ष्टाचार में कंठमय लिप्त होकर
अपनी मान मर्यादा व् अस्मिता को
दिन प्रति दिन  खोते जा  रहे  हैं | 

मंगलवार, 11 दिसंबर 2018





पिछले ५५ महीने में उनको पालकर देश को और  देश की जनता को नुक्सान तो बहुत उठाना पड़ा ",परन्तु उनकी जाति पहिचानी गई "

kutte ki poonchh


कुत्ते की पूंछ

 आज के माहौल में ये  लोकोक्ति चरितार्थ हो रही है कि
"कुत्ते की पूंछ को १२ साल तक नलकी में रखी  टेढ़ी ही निकली "
 वर्तमान शासकों पर यह लोकोक्ति सटीक और साफ़ फिट होती है
 ५५ माह में भी कुछ  नहीं हुआ
और अब जब तेरहवी होने लगी तो कुछ होश आया
"पर अब पछताए होत क्या जब चिड़ियाँ चुग गई खेत"   

रविवार, 9 दिसंबर 2018




नीच उसी को कहते हैं, जो,निम्न कोटि के कार्य करे
जाति,बिरादरी से कुछ भी, इसका लेना देना नहीं होता