मंगलवार, 11 दिसंबर 2018

kutte ki poonchh


कुत्ते की पूंछ

 आज के माहौल में ये  लोकोक्ति चरितार्थ हो रही है कि
"कुत्ते की पूंछ को १२ साल तक नलकी में रखी  टेढ़ी ही निकली "
 वर्तमान शासकों पर यह लोकोक्ति सटीक और साफ़ फिट होती है
 ५५ माह में भी कुछ  नहीं हुआ
और अब जब तेरहवी होने लगी तो कुछ होश आया
"पर अब पछताए होत क्या जब चिड़ियाँ चुग गई खेत"   

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